🍊 भारत में संतरा की खेती: कहाँ सबसे ज़्यादा, सबसे स्वादिष्ट और कैसे बनाएं मुनाफे का बागान?
🌍 भारत में संतरा कहाँ-कहाँ होता है?
भारत में संतरा एक प्रमुख फल है जो गर्म और शुष्क जलवायु में अच्छे से फलता-फूलता है। मुख्य रूप से निम्नलिखित राज्यों में संतरे की खेती होती है:
- महाराष्ट्र – नागपुर, वर्धा, अमरावती, वाशिम, और खासकर वारुड तालुका का बेनोडा गाँव, जहाँ की ज़मीन और मौसम संतरे के लिए आदर्श है।
- मध्य प्रदेश – छिंदवाड़ा, मंदसौर
- राजस्थान – कोटा, झालावाड़
- असम और मेघालय – Khasi Hills की Khasi Mandarin
- पश्चिम बंगाल – दार्जिलिंग का “Darjeeling Orange”
🏆 सबसे ज़्यादा और सबसे स्वादिष्ट संतरा कहाँ होता है?
- नागपुर (महाराष्ट्र) – इसे “Santra Nagari” कहा जाता है, यहाँ के संतरे पूरे भारत में मशहूर हैं।
- वारुड तालुका (अमरावती) – यहाँ की मिट्टी और मौसम संतरे के लिए बिल्कुल परफेक्ट है, और बेनोडा गाँव इस क्षेत्र का उभरता हुआ बागवानी केंद्र बन चुका है।
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🔍 पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें🌱 एक एकड़ ज़मीन में कितना पौधा लगेगा?
- संतरा के पौधों की दूरी: आमतौर पर 6 मीटर × 6 मीटर पर पौधे लगाए जाते हैं।
- कुल पौधे/एकड़: लगभग 120 से 135 पौधे एक एकड़ में लगाए जा सकते हैं।

⏳ कितने साल में फल आना शुरू होता है?
- पौधा लगाने के बाद 3 से 4 साल में फल आना शुरू होता है।
- व्यवसायिक उत्पादन 5वें साल से मिलने लगता है।
🌳 संतरे का पेड़ कितने साल तक चलता है?
- अच्छी देखरेख में संतरे का पेड़ 25 से 30 साल तक फल देता है।
💸 एक एकड़ में लागत, मेंटनेंस और मुनाफा:
🧾 सालाना खर्च (एक एकड़ के लिए):
खर्च का प्रकार | औसतन राशि (₹ में) |
---|---|
पौधरोपण लागत | ₹30,000 – ₹40,000 |
खाद, कीटनाशक, दवा | ₹15,000 – ₹20,000 |
सिंचाई व रख-रखाव | ₹10,000 – ₹15,000 |
मजदूरी व अन्य | ₹15,000 |
कुल वार्षिक खर्च | ₹55,000 – ₹90,000 |
💰 मुनाफा:
- 5वें साल से एक पेड़ से औसतन 100 से 150 संतरे मिल सकते हैं।
- 1 एकड़ में कुल पैदावार – लगभग 15 से 20 टन
- बाजार मूल्य: ₹15 – ₹30/kg के हिसाब से
- कुल आय: ₹2.5 लाख से ₹5 लाख तक
- शुद्ध मुनाफा (लागत घटाकर): ₹1.5 लाख से ₹4 लाख तक सालाना
🛠️ देखभाल के जरूरी टिप्स
- संतरा को अधिक पानी पसंद नहीं है, टपक सिंचाई (drip irrigation) सबसे अच्छा।
- साल में दो बार खाद डालना जरूरी – एक बार जून-जुलाई में और एक बार अक्टूबर में।
- कटाई-छंटाई से पैदावार में वृद्धि होती है।
- कीटों से बचाव के लिए नीम आधारित जैविक दवा या ट्राइकोडर्मा उपयोग करें।
📍 बेनोडा गाँव: अमरावती का संतरा हब
बेनोदा गाँव, जो कि अमरावती जिले के वारुड तालुका में स्थित है, यहाँ की ज़मीन लाल दोमट प्रकार की है और संतरा उत्पादन के लिए उत्तम मानी जाती है। यहाँ के किसानों ने पारंपरिक खेती से हटकर संतरे की खेती को अपनाकर आज अच्छा मुनाफा कमाना शुरू कर दिया है।
यह गाँव धीरे-धीरे महाराष्ट्र का अगला “Orange Cluster Zone” बनता जा रहा है।
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- ड्राई ऑरेंज पील पाउडर (सौंदर्य उत्पादों में उपयोग)
- ऑरेंज जैम / जैली / स्क्वैश
- एग्री टूरिज़्म: संतरे के बागानों में पर्यटन आकर्षण
🔚 निष्कर्ष
संतरे की खेती एक बेहद लाभकारी और कम जोखिम वाला फल व्यवसाय है। अगर आप Maharashtra के Benoda जैसे गाँव में रहते हैं जहाँ की जमीन उपजाऊ है, तो आप आने वाले 4–5 सालों में इसे एक बड़े फायदे वाले बागवानी मॉडल में बदल सकते हैं।
🟠 यह ब्लॉग Harish Khasbage जी की खेती से प्रेरित होकर लिखा गया है।
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